गरीबो के कलाकार सुपरस्टार इरफान खान की 54 साल की छोटी उम्र में कैंसर के कारण मौत




Spread the love

दोस्तो जेसा की आपको पता है दोस्तो भारत मे बहुत से ऐसे सुपरस्टार ऐसे है जिन्हें लोग दिल से चाहते है, उसी कड़ी में एक नाम आता है इरफान खान का। दोस्तो अभिनेता इरफ़ान खान को बॉलीवुड के फैन्स हमेशा मिस करेंगे। इरफान खान पिछले कई सालों से न्यूरोएंडोक्राइन नाम के खतरनाक कैंसर से जंग लड़ रहे थे, आखिर कार 29 अप्रैल 2024 बुधवार को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में कैंसर की खतरनाक बीमारी से जंग हार गए।




Special Salute My Dear IK

फ़िल्म जगत में शोक की लहर :

फ़िल्म जगत की दुनिया मे इस ख़बर के बाद गमगीन माहोल ने अपने पैर पसार लिए। सलमान खान , शाहरुख खान, अमीर खान, अभिताभ बच्चन, सुजीत सरकार, श्रद्धा कपूर, अनुष्का शर्मा से लेकर राजनीति गलियारों से भी इरफान खान को श्रद्धांजलि देने का दौर शुरु हो गया जो समाचार लिखे जाने तक जारी रहा।

राजनीतिक गलियारों की बात करें तो खुद देश के प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी भी इरफान को श्रद्धांजलि अर्पित कर चुके हैं। प्रधानमंत्री के बाद देश के राष्ट्रपति से लेकर बड़े बड़े राजनीति दलों के नेताओं ने भी ट्विटर और फेसबुक के जरिए इरफ़ान के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।

आपको बता दे कि अभी कुछ ही दिनों पहले अभिनेता इरफ़ान खान का माँ सईदा बेगम 95 वर्ष की आयु में इस दुनियां को अलविदा कह कर चली गई थी। इरफ़ान खान के देश से बाहर होने की वजह से वो अपनी माँ की सुपुर्द ए खाक में शामिल नहीं हो सकें।

क्या माँ की मौत का था सदमा :

फ़िल्म जगत की नामी गिरामी ओर इरफान खान के करीबियों का कहना है के हो सकता हैं के शायद वो अपनी माँ के चले जाने का गम नही भुला सके। क्योंकि उन्हें अपनी माँ से बहुत प्यार था और उनके चले जाने के बाद आखिरी बार भी इरफ़ान उन्हें देखने नही आ सके यही मलाल उनको अंदर ही अंदर खाये जा रहा था। वरना हम सबको पता है इरफ़ान को ये बीमारी अभी से नही थीं, काफी सालो से वो इस बीमारी से लड़ रहे थे । पिछले साल ही उन्होंने अपना एक बहुत जलिट ऑपरेशन भी करवाया था जिसके कारण वो बहुत अधिक गम्भीर रूप से बीमार भी रहे लेकिन जिंदगी की जंग को वो हर बार जीतने में कामयाब रहे, लेकिन इस बार शायद जिंदगी की जंग में शायद कहीं न कहीं इरफान की लड़ने की ताकत और जिंदा रहने की जिद को उनकी माँ के चले जाने के गम ने बहुत कमजोर कर दिया। यही एक बहुत बड़ी वज़ह है कि वो आज हमारे बीच मे नही रहे।